उपमंडल पांवटा से आंज-भोज और उत्तराखंड को जोड़ने वाले मुख्य सड़क पर बांगरण पुल की मुरम्मत का कार्य कछुआ गति से चल रहा है, जिसके चलते हजारों लोगों को रोजाना भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मजदूर नेता व कांग्रेस के युवा नेता प्रदीप चौहान ने कार्य करवा रहे कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की मांग उठाई है। मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने मीडिया को प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि बांगरण पुल का कार्य कर रही कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर देना चाहिए, क्योंकि पुल दुरुस्ती कार्य पिछले कई महीनों से कछुआ गति से चल रहा है।
जिससे क्षेत्र के हजारों लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में फिर मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई हैं, ऐसे में फिर लोगों को गिरीनदी के तेज बहाव का सामना करना पड़ेगा।
प्रदीप चौहान ने बताया कि कंपनी को 25 दिनों का टाइम दिया गया था, लेकिन अब कई महीने बीत चुके हैं लेकिन समस्याएं जस की तस बनी हुई है। नवनियुक्त उपायुक्त सिरमौर से भी उन्होंने मांग की है कि या तो इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करवा दिया जाए या फिर ऐसे कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाए।
प्रदीप चौहान ने बताया कि यहां पर एक्सीडेंट भी हो चुके हैं। एक अध्यापिका स्कूल जाते समय बाल-बाल बची थी, इतना ही नहीं बाइक चालक और कई गर्भवती महिलाओं को भी नदी पार करते समय परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे कई मामले पिछले महीनों सामने आ चुके हैं लेकिन कंपनी को कोई फिक्र पड़ रहा है और अपना कछुआ गति से काम कर रही है।
गौरतलब हो कि आंजभोज की 14 पंचायतों के लोगों और उत्तराखंड को जाने वाले लोगों को रोजाना इस वैली पुल को पार करके आवाजाही करनी पड़ रही है। बारिश होने पर नदी का जल स्तर बढ़ जाता है, ऐसे में लोगों को आवाजाही करने की कई चौंकाने वाली तस्वीरें भी सामने आई है। भले ही पीडब्ल्यूडी विभाग और स्थानीय प्रशासन समस्या का समाधान के लिए मौके पर पहुंचते हैं, लेकिन कंपनी उनके आदेशों को भी ठेंगा दिखा रही है।
प्रदीप चौहान ने उपायुक्त सिरमौर से मांग की है कि काम करवा रही कंपनी के मुरम्मत कार्य की गुणवत्ता को भी चेक किया जाए, ताकि पुल टूटने से बच सके। हाल ही में रेणुका विधानसभा क्षेत्र में भी एक पुल टूटने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।